
जेरुसलम को लेकर लेबनान ने एक बार फिर से अरब देशों से अपील करते हुए कहा कि अरब देशों को अमेरिका में अपने दूतावासों को बंद कर देना चाहिए.
लेबनान के संसद सभापति नबी बेर्री ने मुस्लिम जगत से आहवान करते हुए कहा, वह बैतुल मुक़द्दस और मस्जिदुल अक़्सा की आज़ादी के लिए अपनी पूरी ताक़त के साथ दुश्मनों के मुक़ाबले में खड़े हो जाएं.
उन्होंने कहा कि सभी अरब देशों को चाहिए कि वह फ़िलीस्तीनी जनता के समर्थन में संयुक्त रूप से अमेरिका में मौजूद अपने दूतावासों को बंद कर दें. सभापति ने कहा कि ट्रम्प का यह फ़ैसला न केवल अंतर्राष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन है बल्कि पूरे मुस्लिम जगत, उसके धार्मिक शहर और फ़िलिस्तीनियों के अधिकार पर हमला भी है.
नबी बेर्री ने कहा कि अमेरिका इस फ़ैसले से अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन की धरती को इस्राईल के लिए वैध घोषित करना चाहता है. इसी के साथ इस्राईल की संसद में अरब प्रतिनिधि तलाल अबूअरार ने भी कहा कि इस्लामी देशों को चाहिए कि अपने राजदूतों को वे अमरीका से वापस बुलाएं.
अबूअरार ने कहा है कि ट्रम्प के हालिया फैसले पर विरोध स्वरूप इस्लामी देशों को चाहिए कि वे अपने राजदूतों को अमरीका से वापस बुलवा लें. तलाल ने कहा कि बैतुल मुक़द्दस, फ़िलिस्तीन की राजधानी है जहां पर अमरीकी दूतावास के लिए कोई स्थान नहीं है.