7 दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत पहुंचे कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को मोदी सरकार ख़ास अहमियत देती नहीं दिख रही है. जो इससे पहले विदेशी राष्ट्र प्रमुखों के साथ देखने को मिली थी. इस बात को अब कनाडाई मीडिया ने प्रमुख मुद्दा बना लिया है.
कनाडाई मीडिया ने आरोप लगाया कि मोदी जानबूझकर ट्रूडो को नजरअंदाज कर रहे हैं. कनाडाई मीडिया ने ये आरोप मोदी द्वारा ट्रूडो की एयरपोर्ट पर अगवानी नहीं करने और ट्रूडो के गुजरात दौरे पर साथ नहीं रहने के बाद उठाया है. साथ ही आगरा विजिट के दौरान भी उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद नहीं रहे.
On official state visits to India, PM Modi personally greets and welcomes the Israeli PM, UAE Crown Prince and US President. For PM Trudeau, he sends a low-ranking official. “Canada is back” pic.twitter.com/ezsMtFTPzr
— Candice Malcolm (@CandiceMalcolm) February 17, 2018
खबरों की मानें तो ट्रूडो के स्वागत के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी मना कर दिया था. इतना ही नहीं रविवार को जब ट्रूडो आगरा में ताजमहल देखने पहुँचे थे यहां भी उनके स्वागत के लिए सीएम योगी मौजूद नहीं रहे. कनाडा के पीएम अकेले यहां घूमे साथ ही योगी के साथ उनकी एक भी मुलाकात भी नहीं हुई है.
ध्यान रहे चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, जापान के प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे तथा इस्राइली प्रधानमंत्री बेन्जामिन नेतन्याहू की गुजरात यात्रा के समय मौजूद रहे थे. इसके अलावा पीएम मोदी ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, जापान के पीएम शिंजो आबे, अबु धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नहयान, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना और इजराय के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को एयरपोर्ट पर रिसीव किया.
Diplomatic sources are saying the #Modi government is concerned over #Sikh radicalism in Canada. National security advisors from both countries met last week & discussed these concerns.
The mainstream media in Canada should pay more attention.
— Candice Malcolm (@CandiceMalcolm) February 18, 2018
ऐसे में अब कनाडाई मीडिया में खबर चल रही हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात में ट्रूडो के साथ मौजूद न होना जानबूझकर उन्हें नज़रअंदाज़ किया जाना है, क्योंकि भारत दरअसल कनाडा में सिख कट्टरवाद तथा अलग खालिस्तान राज्य की मांग को समर्थन को लेकर चिंतित है.
साथ ही अब खबर ये भी है कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी उनसे कोइई मुलाकात नहीं करेंगे. वहीं, कैप्टन ने हाल ही में एक बयान जारी करते हुए कहा था कि उन्हें ट्रूडो से मिलने में कोई खास परेशानी नहीं है, लेकिन वो उनके कुछ मंत्रियों से नहीं मिलेंगे.