फ़िलिस्तीन के प्रमुख रेजिस्टेंस ग्रुप जेहादे इस्लामी ने इस्लामिक जगत को फ़िलिस्तीनीयों के प्रति उनकी जिम्मेदारी का आइना दिखाते हुए कहा कि इस्राईल की जेलों में बंद फ़िलिस्तीनीयों को आज़ाद कराना इस्लामिक जगत की जिम्मेदारी हैं.
जेहादे इस्लामी के वरिष्ठ सदस्य ख़ालिद अलबत्श ने रविवार को कहा कि ज़ायोनी जेल में भूख हड़ताल के कारण अनस शदीद और अहमद अबू फ़ारह की बिगड़ती हालत का हवाला देते हुए कहा कि ये दोनों फ़िलिस्तीनी किसी भी हालत में नहीं झुकेंगे ताकि इस अत्याचारी शासन को पता लग सके कि फ़िलिस्तीनी राष्ट्र अपनी आकांक्षाओं के प्रति वफ़ादार है.
उन्होंने इस्लामी जगत की ख़ामोशी की निंदा करते हुए कहा कि फ़िलिस्तीनी की रिहाई कराना इस्लामी जगत की जिम्मेदारी हैं.
गौरतलब रहें कि शदीद और अबू फ़ारह पिछले 72 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं. ऐसे में उनकी हालत बिगड़ती जा रही हैं. फिलिस्तीनियों के पास इस्राईली जेलों में इस्राईल शासन के विरोध करने का जरिया सिर्फ भूख हडताल ही हैं.