
बैतुल मुक़द्दस को लेकर मचे बवाल के बीच इजराइल की विपक्षी पार्टी के नेता ने बैतुल मुक़द्दस में स्थित मुसलमानों के तीसरे सबसे पवित्र धार्मिक स्थल मस्जिदुल अक़सा की ज़िम्मेदारी सऊदी अरब को देने की बात कही है.
इजराइली सांसद एवं इजराइली लेबर पार्टी के पूर्व नेता इसाक हेरज़ोग ने कहा है कि यरूशलम (बैतुल मुक़द्दस) के मुद्दे पर सऊदी अरब महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
हेरज़ोग का कहना है कि सऊदी अरब को मक्का और मदीना जैसे पवित्र स्थलों के प्रबंधन का अनुभव है, इसलिए मेरा मानना है उसे बैतुल मुक़द्दस के बारे में बड़ी ज़िम्मेदारी दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा, “जब हम मंच पर [वार्ता के दौरान] यरूशलेम और पवित्र स्थलों जैसे अल-अकसा के बारे में बात करने के लिए पहुंचते हैं, मुझे लगता है कि पवित्र स्थलों के लिए सऊदी की भूमिका और ज़िम्मेदारी होनी चाहिए.”
इस दौरान इजराइली सांसद ने सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, इजरायल-फिलिस्तीनी शांति प्रक्रिया में सऊदी अरब अधिक प्रभावशाली भूमिका निभा सकता है.
उन्होंने कहा, “हमें फ़िलिस्तीनियों के साथ शांति प्रक्रिया को पुनर्जीवित करने में सऊदी अरब की सहायता करनी चाहिए.” उन्होंने कहा, “मैं उन निर्णयों का सम्मान करता हूं जिन्हें क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने बनाया था और वे मध्य पूर्व में महान क्रांतिकारियों में से एक हाई.