अनातोलिया न्यूज़ एजेंसी के अनुसार हमास ने इस मुद्दे पर कड़ी चेतावनी जारी की है। हमास ने जारी की गयी चेतावनी में कहा है कि अज़ान को बंद कराने का फैसला ले के इजराइल ने पूरी दुनिया के मुस्लिमों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
हमास ने आगे कहा कि इस तरह से किसी की धार्मिक प्रार्थनाओं में हस्तक्षेप करना अस्वीकार्य है। अंतर्राष्ट्रीय नियमों के अनुसार किसी भी देश की धार्मिक और ऐतिहासिक भावनाओं को ठेस पहुँचाना गलत है।
हमास ने अपने द्वारा जारी की गयी स्टेटमेंट में आगे सभी अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनी संगठनों से इजराइल के इस फैसले का विरोध करने की अपील की है। कुछ दिन पहले इजराइल के वरिष्ठ मंत्रियों की कमेटी ने एक ड्राफ्ट पास किया है जिसमे अजान को अवैध करार दिया गया है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेटिंयाहू ने इस ड्राफ्ट का पूर्ण रूप से समर्थन किया है। इसरायली प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में शांति बना के रखना इस कानून का असली मकसद है।