कश्मीर समस्या के समाधान को लेकर ईरान ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने का प्रस्ताव रख चूका हैं. हाल ही में हार्ट आॅफ़ एशिया सम्मेलन में ईरान के विदेश मंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने दोनों देशों के बीच ईरान द्वारा मध्यस्थता कश्मीर समस्या के समाधान को लेकर तत्परता जताई थी.
उन्होंने अमृतसर में हार्ट आॅफ़ एशिया सम्मेलन के अवसर पर कहा था कि एशिया की दो बड़ी शक्तियों के रूप में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए ईरान मध्यस्थता करने को तैयार हैं. ईरान के मध्यस्थता के प्रस्ताव का पाकिस्तान ने स्वागत किया हैं.
विदेशी मामलों में पाकिस्तान प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अज़ीज़ ने इस बारें में कहा कि ईरान की ओर से भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता के लिए तैयारी की घोषणा के बाद कहा है कि वे इसका स्वागत करते हैं लेकिन नरेंद्र मोदी के शासन काल में दोनों देशों की वार्ता में कोई प्रगति नहीं होगी.
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा भारत के साथ वार्ता में पहल की है लेकिन भारत, कश्मीर समस्या के समाधान के लिए तैयार नहीं है.