ईरान के लोगो ने दिल्ली में हुए दंगों को मुस्लिमों के खिलाफ संगठित हिंसा करार देते हुए सोशल मीडिया पर एक अभियान शुरू किया। जिसमे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इंस्टाग्राम पेज पर पोस्ट कर जवाब मांगा जा रहा है।
ईरानियों ने हैशटैग #WorldAgainstCAA के साथ भारत के मुस्लिम विरोधी दृष्टिकोण की निंदा करने के लिए ट्विटर का भी सहारा लिया। बता दें कि सोमवार को, ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने “भारतीय मुसलमानों के खिलाफ संगठित हिंसा” के सबंध में ट्वीट किया। उन्होने भारतीय अधिकारियों से आग्रह किया कि वे सभी भारतीयों की सलामती सुनिश्चित करें और निर्रथक हिंसा को फैलने से रोकें।
उन्होने अपने ट्वीट में लिखा था, सदियों से ईरान भारत का दोस्त रहा है। हम भारतीय अधिकारियों से आग्रह करते हैं कि वे सभी भारतीयों का ख़्याल रखें और उनके साथ कोई अन्याय ना होने दें। शांतिपूर्ण संवाद और क़ानून के शासन में ही आगे का रास्ता निहित है।
Iran condemns the wave of organized violence against Indian Muslims.
For centuries, Iran has been a friend of India. We urge Indian authorities to ensure the wellbeing of ALL Indians & not let senseless thuggery prevail.
Path forward lies in peaceful dialogue and rule of law.
— Javad Zarif (@JZarif) March 2, 2020
हालांकि इस मामले में भारत ने मंगलवार को ईरान के राजदूत अली चेगेनी को तलब किया और ईरान के विदेश मंत्री जवाद जाफरी द्वारा की गई टिप्पणी पर कड़ा विरोध जताया। ईरान के राजदूत को यह बताया गया कि जाफरी ने जिस मामले पर टिप्पणी की, वह पूरी तरह से भारत का आतंरिक मामला है।
जिसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ की भारत में मुसलमानों के खिलाफ संगठित हिंसा की निंदा करने का समर्थन किया।
Fully share the concerns expressed by my brother @JZarif on safety and well-being of Indian Muslims facing naked violence from RSS mobs. India is in throes of grave communal violence. Their sinister & systemic killing of Muslims is inhuman & dangerous for whole region. https://t.co/MrMZOBSKlu
— Shah Mahmood Qureshi (@SMQureshiPTI) March 3, 2020
कुरैशी ने ट्वीट कर कहा कि वह “मेरे भाई” ज़रीफ़ द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं को पूरी तरह से शेयर करते है। कुरैशी ने आरएसएस का जिक्र करते हुए कहा, “आरएसएस की नग्न हिंसा का सामना कर रहे भारतीय मुसलमानों की सुरक्षा और भलाई के लिए मेरे भाई @ ज़रीफ़ द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं को पूरी तरह से साझा करें। भारत गंभीर सांप्रदायिक हिंसा की गिरफ्त में है। उनके पापी और मुसलमानों की व्यवस्थित हत्या पूरे क्षेत्र के लिए अमानवीय और खतरनाक है।”