शुक्रवार 26 फरवरी को दसवीं संसदीय और पांचवें एक्सपर्ट्स विधानसभा चुनाव के दिन ईरानी जनता दिन शुरू होते ही मतदान केंद्रों पर पहुंच कर खाड़ी के सबसे स्वतंत्र चुनाव में भाग लिया।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खामनेई ने भी मतदान शुरू होने के कुछ ही देर बाद अपना वोट डाला।
इन चुनावों की दिलचस्प बात यह थी कि चुनाव की रिपोर्टिंग करने के लिए ऑस्ट्रिया, स्पेन, अमेरिका, इंग्लैंड, इटली, जर्मनी, बेल्जियम, तुर्की, चीन, डेनमार्क, रोमानिया, जापान, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, सर्बिया, फ्रांस, कतर, कनाडा, दक्षिण कोरिया, नार्वे, नीदरलैंड, लेबनान, अज़रबैजान, ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात, कोलंबिया, कुवैत और लक्समबर्ग सहित दुनिया भर से 773 पत्रकार ईरान आए।
और सबसे महत्वपूर्ण बात सऊदी अरब के पत्रकारों की रिपोर्ट थी। सऊदी अरब, जहां कभी भी स्वतंत्र चुनाव नहीं हुए और जहां एक सत्तावादी सरकार चल रही है, ने अपनी सभी रिपोर्ट में कहा कि चुनाव में शांति का मुद्दा है और लोगों की चुनाव में भागीदारी भी बहुत कम है। जबकि दुनिया भर से आए हुए रिपोर्टस मस्जिदों और खुले स्थानों पर ईरानी जनता के वोट देने पर आश्चर्य व्यक्त कर रहे थे। (hindkhabar)