परमाणु समझौते को लेकर अमेरिका और ईरान में ठनी हुई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब परमाणु समझौते से खुद को अलग करने की बात कही है. ऐसे में दुनिया भर में उनकी आलोचनाओं का दौर शुरू हो चूका हैं.
यूरोपीय संघ(ईयू) ने ट्रम्प की इस रवैये की तीखी आलोचना की है. यूरोपीय संघ विदेश नीति प्रमुख फेड्रिका मोघरिनी ने कहा कि ईयू ईरानी परमाणु समझौते को पूरी तरह जारी रखेगा.
मोघरिनी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “यह द्विपक्षीय समझौता नहीं है. यह किसी एक देश से संबंध नहीं है और कोई एक देश इस समझौते को निरस्त नहीं कर सकता. हम ऐसे परमाणु समझौते को, जो अच्छे से काम कर रहा है, उसे निरस्त करने का खतरा नहीं उठा सकते हैं.”
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आईएईए ने ईरान की परमाणु प्रतिबद्धताओं की जांच के लिए आठ बार निरीक्षण किया था. मेघरिनी ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप की आज की घोषणा के बाद यह परमाणु समझौता अब अमेरिकी कांग्रेस में चला गया है. जीसीपोओए कोई घरेलू मुद्दा नहीं है, बल्कि यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव है.
मोघरिनी ने कहा, यूरोपीय संघ लगातार ईरानी परमाणु समझौते और सभी देशों द्वारा इसके सभी प्रावधानों को पूर्ण और सख्ती क्रियान्वयन को पूरा समर्थन देता रहेगा.”