सऊदी अरब फ़ार्स खाड़ी का एकमात्र ऐसा देश है, जिसमें अभी तक कोई चर्च या गिरजाघर नहीं है. ऐसे में अब इस सबंध में वेटिकन और सऊदी अरब के बीच बड़ा समझौता हुआ है.
इस समझौते के तहत पूरे सऊदी अरब में अब चर्च खोले जायेंगे. इस समझौते पर सऊदी अरब के अधिकारियों और वेटिकन सिटी के कार्डिनल ने हस्ताक्षर किए हैं. ये सब समझौता सऊदी अरब की छवि बदलने को लेकर किया जा रहा है.
रियाज़ का दौरा करके वेटिकन वापस लौटने वाले कार्डिनल जीन लुईस टॉरन का कहना है कि यह दोस्ती की सिर्फ़ शुरूआत है, यह इस बात का चिन्ह है कि सऊदी अधिकारी अपने देश की नई छवि बनाना चाहते हैं.
पिछले महीने वेटिकन के सबसे वरिष्ठ अधिकारियों में से एक कार्डिनल टॉरन ने एक सप्ताह सऊदी अरब में बिताया था. उन्होंने सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान समेत कई वरिष्ठ वहाबी मुफ़्तियों से मुलाक़ात की थी.
बता दें कि सऊदी अरब में अब तक किसी दुसरे धर्म को सार्वजानिक रूप से अपनी पूजा-पद्धति की इजाजत नहीं थी. गैर-मुस्लिम केवल अपने घरों में ही अपनी पूजा-पद्धति कर सकते थे.