तुर्की राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोगान ने कहा है कि उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बताया कि “सीरिया में तुर्की अपने कदम वापस नहीं लेगा. साथ ही अफरीन में चल रहां अभियान युद्धग्रस्त देश के अन्य हिस्सों में भी विस्तारित होगा.”
एर्दोगान ने 23 मार्च को इस्तांबुल में अपनी पार्टी की बैठक में एक संबोधन में कहा, “कल रात मैंने इन मुद्दों पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ बात की थी मैंने दो दिन पहले पुतिन के साथ उसी चीज पर चर्चा की. मैंने उनसे कहा था, ‘हम यहां से पीछे नहीं हटेंगे. हम पीड़ितों के पक्ष में हैं. ”

बता दें कि एरदोगन और ट्रम्प ने 22 मार्च को अंकारा और वाशिंगटन के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बारे में फोन पर बात की, विशेष रूप से ये बातचीत सीरिया में इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक और लेवेंट (IS) के खिलाफ लड़ाई में पीपल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के साथ अमेरिका की चल रही साझेदारी को लेकर हुई.
तुर्की सेना ने फ्री सीरियाई सेना (एफएसए) के साथ, 20 जनवरी को अफरीन में वाईपीजी के खिलाफ “ऑपरेशन ऑलिव ब्रांच” की शुरुआत की थी, और एर्दोगान ने कहा था कि आपरेशन “अफ्रिन में समाप्त नहीं होगा। इसके बाद इडलीब और मैनबीज हैं. “
मैनबिज, एक उत्तरपश्चिमी सीरियाई शहर, विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अभी भी अमेरिकी सैनिकों के साथ वाईपीजी के नियंत्रण में है. तुर्की लंबे समय से यू.एस. से वाईपीजी के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह करता रहा है.