जेरुसलम को इजरायल की राजधानी घोषित करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले के खिलाफ दुनिया भर में प्रदर्शन हो रहे है. इन प्रदर्शनों में इंडोनेशिया के मुसलमान भी पीछे नहीं है.
जकार्ता में रविवार को 80 हज़ार मुसलमानों ने एक साथ अमेरिकी दूतावास के सामने प्रदर्शन किया. इस दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 20,000 पुलिस और सेना के सदस्य तैनात करने पड़े.
इंडोनेशियाई उलेमा परिषद के महासचिव अनवर अब्बास ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, “हम सभी देशों से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एकतरफा और अवैध फैसले को अस्वीकार करने के लिए आग्रह करते हैं, जो यरूशलेम की इज़राइल की राजधानी बनाते हैं.”
उन्होंने इंडोनेशिया में अमेरिकी राजदूत को सौंपे ज्ञापन को पढ़ते हुए कहा, “अगर ट्रम्प ने उनकी कार्रवाई रद्द नहीं की तो हम सभी इंडोनेशियाई लोगों को इस देश में अमेरिका और इजराइल के उत्पादों का बहिष्कार करने के लिए कहते हैं.”
इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने सफेद रंग के कपडे पहने हुए थे और फिलिस्तीनी झंडे लहरा रहे थे. साथ ही बैनर लिए हुए थे, जिन पर लिखा था, “शांति, प्रेम और स्वतंत्र फिलिस्तीन”।
इस मुद्दे पर इंडोनेशिया में विरोध प्रदर्शनों की एक श्रृंखला रही है, जिसमें कुछ ने अमेरिका और इजरायल के झंडे जला दि.