ईरान के रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर जरुरत पड़ती है तो वो नोजेह एयरबेस को रूस के साथ दोबारा से साझा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सीरियन सरकार की मदद के लिए वे रुसी मित्रों के साथ बेस साझा करने को तैयार हैं।
उन्होंने ये भी कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सैन्य अभियान के लिए ईरान अपने दोस्त रूस की हरसंभव मदद करेगा। ज्ञात रहे कि इस से पहले एक बार रूस की वायुसेना ईरानी सरकार से अनुमति लेने के बाद इस एयरबेस का इस्तेमाल कर चुकी है।
पहले रुसी भारी बमवर्षक विमानों को सैन्य अभियान के लिए हज़ारों किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी जब वो रूस से उड़ान भरते थे लेकिन इस ईरानी बेस का इस्तेमाल करने के बाद रूस के बम्बर विमानों को पहले के मुकाबले आधी से भी कम दूरी तय करनी पड़ती है।
विज्ञापन