तुर्की के उप विदेश मंत्री यावुज़ सेलिम किरन ने पुष्टि की कि तुर्की देश की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत की रक्षा करना जारी रखेगा, और हागिया सोफिया के बारे में कोई भी निर्णय तुर्की का एक आंतरिक निर्णय है। कई देशों ने एक फैसले के खिलाफ तुर्की को चेतावनी भी दी बावजूद इसके एर्दोगान ने ऐलान कर दिया कि चंद दिनों हेगिया सोफिया को मस्जिद का दर्जा दिया जाएगा।
उनका ये जवाब शुक्रवार को अमेरिकी विदेश विभाग में धार्मिक स्वतंत्रता के राजदूत सैम ब्राउनबैक के हैगिया सोफिया के बारे में दिये बयान के जवाब में आया है। किरन ने कहा, “ब्राउनबैक की चिंता न करें, तुर्की अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत की रक्षा करना जारी रखेगा और हागिया सोफिया के बारे में कोई भी फैसला तुर्की का आंतरिक निर्णय है।”
उन्होने बताया कि तुर्की विश्व विरासत सूची के 18 स्मारकों को बनाए रखता है। ब्राउनबैक ने पहले कहा था कि दुनिया भर के अरबों लोगों के लिए हागिया सोफिया का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। उन्होंने तुर्की सरकार से हागिया सोफिया की स्थिति को संरक्षित करने के लिए एक संग्रहालय के रूप में सभी के लिए सुलभ होने का आह्वान किया।
हागिया सोफिया एक कलात्मक और स्थापत्य कला है, जो इस्तांबुल के सुल्तानहेम इलाके में स्थित है। स्मारक को 481 वर्षों के लिए एक मस्जिद के रूप में इस्तेमाल किया गया था, और 1934 में एक संग्रहालय में बदल दिया गया था। हागिया सोफिया को मध्य पूर्व के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण वास्तुशिल्प निर्माणों में से एक माना जाता है।