
लेटिन अमेरिकी देश ग्वाटेमाला ने सयुंक्त राष्ट्र के खिलाफ जाकर अपने दूतावास को तेलअवीव से जेरुसलम शिफ्ट करने का ऐलान किया है. जिसकी फिलिस्तीन से तीखी आलोचना की है.
सोमवार को फ़िलिस्तीन के विदेश मंत्रालय ने ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति जिम्मी मोरेल्स के बयान की निंदा करते हुए ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति जिम्मी मोरेल्स के अपने देश का दूतावास तेल-अवीव से बैतुल मुक़द्दस स्थानांतरित करने को एक ग़ैर क़ानूनी क़दम बताया.
बयान में कहा गया, ग्वाटेमाला का यह फ़ैसला बैतुल मुक़द्दस के ईसाई नेताओं की मांग के विरुद्ध एवं संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा द्वारा गुरुवार को पारित किए गए प्रस्ताव का उल्लंघन है.
ध्यान रहे सयुंक्त राष्ट्र में गुरुवार को बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी घोषित किए जाने के अमेरिका के फैसले को 128 वोटों से रद्द कर दिया था.
हालांकि विश्व समुदाय के व्यापक विरोध के बावजूद, वाशिंग्टन के नक़्शे क़दम पर चलते हुए ग्वाटेमाला ने भी अपना दूतावास बैतुल मुक़द्दस स्थानांतरित करने की घोषणा की है.