फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों बहुमत से पीछे हुए, दो महीने में खो दिया असेम्ब्ली में नियंत्रण, आगे क्या होगा?

इमैनुएल मैक्रों फ्रांस के राष्ट्रपति जिको दूसरी बार ये मौक़ा मिला की वो राष्ट्र्पत बन सके लेकिन दो महीने से भी कम समय में ही उन्होंने नेशनल असेंबली में नियंत्रण खो दिया. ऐसा इसलिए हुआ है की एक वामपंथी और एक अति-दक्षिणपंथी गठबंधन को मिली बड़ी जीत मलीली है जिसके चलते उन्हें इससे गुज़रना पड़ रहा है इतना ही नहीं मैक्रों को दूसरे चरण के चुनावी नतीजों में रविवार को गहरा झटका लगा है.

मैक्रों ने मतदाताओं से वोट कर पूर्ण बहुमत की अपील की थी लेकिन हुआ इसका बिलकुल अलग दरअसल सेन्ट्रिस्ट गठबंधन ने चुनाव में दर्जनों सीटे गंवा दीं जिसकी जिसके कारण फ्रांस की पॉलिटिक्स कई हिस्सों में बँट गई है.

हाल ही में मैक्रों की द्वारा नियुक्त की गईं एलिजाबेथ बोर्न ने कहा कि राष्ट्रपति आवास से अपने घर लौटते ही पेरिस की राजनीति में तूफ़ान सा आ गया. उन्होंने कहा कि मॉडर्न फ़्रांस ने कभी भी इस तरह की नेशनल असेंबली आज तक नहीं देखी.

उन्होंने कहा, इस तरह के हालात हमारे देश के लिए सही नहीं है. इससे नेशनल और इंटरनेटिओं दोनों स्तरों पर समस्या पैदा होगी. हम कल साधारण बहुमत बनाने की कोशिश करेंगे.”

हालांकि की रिपोर्ट्स की माने तो ऐसा होता असंभव दिख रहा है की बहुमत मिल सके क्योंकि असेम्ब्ली में दो अन्य बड़े समूह दूर-दूर तक गठबंधन करने के लिए तैयार नहीं है

विज्ञापन