पिछले साल जब सीरिया के प्रमुख शहर अलेप्पो (हलब) को बश्शार असद की सेना ने अमेरिकी, इस्राईली एजेंटों वहाबी आतंकियों से खाली किया था तो मेनस्ट्रीम मीडिया ने फ़र्ज़ी तस्वीरें इस्तेमाल कर प्रोपैगंडा किया था कि बश्शार असद की सेना आम जनता को मार रही है, ताकि बशर अल असद को एक जल्लाद तानाशाह की तरह दुनिया को बताएं।
यह प्रोपैगंडा सिर्फ़ मेनस्ट्रीम मीडिया की तरफ़ से नहीं था बल्कि सोशल मीडिया पर भी उनके दल्लाल कुछ इस ही तरह कर रहे थे, हालांकि बहुत लोग अनजाने में इस काम में लगे हुए थे, इस बार भी कुछ ऐसा ही हो रहा है।
फेसबुक पर एक पेज है ‘डिड यू नो’ जिसके 70 लाख से ज़्यादा लाइक हैं उसने सीरिया के नाम पर 4 तस्वीरें वाइरल की हैं जिसमें से तीन फ़र्ज़ी हैं मगर उन तस्वीरों को 2 लाख के आसपास शेयर मिल गये हैं।
1: पहली तस्वीर जो सबसे भयानक भी है, वह सीरिया की नहीं बल्कि फ़िलिस्तीन की है और यह तस्वीर उस वक़्त की है जब इस्राईल ने फ़िलिस्तीन पर खूब बम्बारियां की थीं।
2: दूसरी तस्वीर उस समय भी वाइरल होना शुरू हुई थी जब सीरिया के इलाके अलेप्पो (हलब) को असद सेना साफ़ कर रही थी। हालांकि इस तस्वीर को हम वेरिफाई नहीं कर पाये हैं मगर यह तस्वीर भी पुरानी ही है। 2016 में लिखे गये एक आर्टिकल में इस तस्वीर को देखा जा सकता है।
3: तीसरी तस्वीर इराक़ की है जो रॉयटर के फोटोग्राफर ने ली है। इस तस्वीर में यह शख़्स रोता हुआ इराक़ी सेना के जवानों की तरफ़ भाग रहा है, यह उस समय की है जब इराक़ी सेना ने आईएसआईएस दाइश द्वारा कंट्रोल किये गये मूसेल शहर पर हमला किया था।
4: इन चारों तस्वीरों में से सिर्फ़ एक तस्वीर है जो इस समय की है, मगर इसके बारे में यह भी स्पष्ट नहीं किया जा सकता है कि यह अमेरिकी / तुर्की एयर स्ट्राइक के नतीजा है या सीरियन आर्मी की।
आपको बता दें सीरिया के संकट में बहुत से मीडिया आउटलेट एक अलग एजेंडे के तहत काम कर रहै हैं इसलिए कई मौक़ों पर फ़र्ज़ी तस्वीरें इस्तेमाल कर बश्शार असद को बहुत ख़तरनाक तानाशाह बताने की कोशिश की जाती है और आम जनता उन तस्वीरों को सही समझ कर दूसरों तक पहुंचाने लगती है।
होश के नाखून लें दूरदर्शिता से काम लेते हुए इस्लाम दुश्मन अमेरिका-इस्राईल और सऊदी वहाबी साज़िश को समझें और उम्मते मुस्लिमा में इत्तेहाद करते हुए एक उम्मते वाहिदा बने।