दूनिया भर के ईसाइयों के वरिष्ठ धर्मगुुरु पोप फ़्रान्सिस ने सोमवार को वेटिकन में तुर्क राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान से मुलाक़ात की है. इस दौरान उन्होंने इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ने की निंदा की. उन्होंने कहा, इस्लाम को आतंक से जोड़ना बिलकुल ही गलत है.
बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने जरूशलम, मुख्य रूप से सीरिया में चल रहे शरणार्थियों के संकट, साथ ही आतंकवाद और अंतरस्वास्थ्य संबंधों के विकास पर चर्चा की. पोप फ़्रान्सिस ने जेरुसलम की मौजूदा स्थिति के संरक्षण पर जोर दिया. जैसा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार किया गया है.
बैठक के दौरान एक्सनोफोबिया और इस्लामोफोबिया के खिलाफ संयुक्त प्रयासों पर चर्चा की गई, जिसमें दोनों नेताओं ने कहा कि आतंक के साथ इस्लाम को जोड़ना गलत है. इसके बजाय उन्होंने जोर दिया कि सभी को इस झूठी समरूपता को बढ़ावा देने वाली किसी भी उत्तेजक टिप्पणी से बचना चाहिए.
एर्दोगान ने पोप से कहा कि तुर्की कैथोलिक सहित सभी धर्मों के लोगों को मानता है, – सद्भाव और शांति में रहना तुक्री का अहम लक्ष्य है. इसी कारण से तुर्की सरकार ने 14 चर्चों और एक आराधनालय को बहाल किया है.
दोनों इस बात पर भी सहमत हुए कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाने के लिए संयुक्त कदम उठाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है, और चल रहे मानवीय संकटों के लिए चुप नहीं रहना चाहिए.