तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा है कि दुनिया को मुस्लिम विरोधी पूर्वाग्रह और ज़ेनोफोबिया को रोकने के लिए कदम उठाना चाहिए, जो हाल के वर्षों में बढ़ा है।
बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय प्रलय स्मरण दिवस के अवसर पर जारी के Video संदेश में उन्होने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को कार्रवाई करनी चाहिए ताकि होलोकॉस्ट, बोस्निया, रवांडा और कंबोडिया की पुनरावृत्ति न हो।”
एर्दोगन ने कहा कि मानवता एक कठिन दौर से गुजर रही है, यह कहना कि महामारी के साथ-साथ “नस्लवाद वायरस” भी तेजी से फैल रहा है।
“The international community should take action so that tragedies such as Holocaust, Bosnia, Rwanda and Cambodia do not occur.”
Turkish President Recep Tayyip Erdogan commemorates the victims of genocide on International Holocaust Remembrance Daypic.twitter.com/8ewxcCgKfo
— TRT World (@trtworld) January 27, 2021
उन्होंने ज़ोर दिया कि पूजा स्थलों पर हिंसा के कृत्यों में “गंभीर वृद्धि” हुई है, जैसे मस्जिदों और चर्चों पर। उन्होने कहा, “विभिन्न जातीय पहचान, धर्म, भाषा और दिखावे के साथ समाज के कुछ वर्गों के खिलाफ घृणा अपराध दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “होलोकॉस्ट के संकेत, बोस्नियाई, रवांडन और कंबोडियन नरसंहार, जिसमें लाखों लोगों ने अपनी जान गंवा दी, वे इस नरसंहार से बहुत पहले व्यवस्थित भेदभाव, हाशिए और बढ़ते नफ़रत भरे भाषण से स्पष्ट थे।”
एर्दोगन ने कहा कि प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय संगठन, सरकार, मीडिया, राजनेता, नागरिक समाज, धार्मिक समूह को इस संदर्भ में भूमिका निभाने की जरूरत है।
एर्दोगन ने कहा, “इस अवसर पर, मैं सम्मानपूर्वक नरसंहार के पीड़ितों की यादों को याद करता हूं और ऐसे भविष्य की उम्मीद करता हूं जहां सभी तरह के भेदभाव खत्म हो जाएंगे और मानवता के खिलाफ अपराधों का अनुभव नहीं होगा।”