ट्रम्प के भाषण के दौरान बरसाए गए जूते

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के वार्षिक भाषण को देख रहे अमेरिकियों ने अचानक टीवी स्क्रीन पर जूतों की बारिश कर दी. रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी शहर सेनडिएगो में इस देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के वार्षिक भाषण के दौरान, एक बड़ी स्क्रीन पर उनका भाषण देखने और सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोगो एकत्रित हुए थे.

एक स्थानीय संगठन द्वारा भाषण सुनने के लिए बड़ी टीवी स्क्रीन पर लगाई गई थी और लोगों से कहा गया था की जब ट्रम्प कोई झूठ बोलें तो वह स्क्रीन की ओर जूता उछाल सकते हैं. ट्रम्प के भाषण को सुनने के लिए स्क्रीन का प्रबंध करने वालों ने बताया कि हमने भाषण सुनने वालों से कहा था कि अगर राष्ट्रपति ट्रम्प देश या किसी भी समुदाय के ख़िलाफ़ ट्रम्प कोई ग़लत वाक्य बोलते हैं तो उसे जूता मारा जाए.

जिसके बाद डोनाल्ड ट्रम्प के एक घंटे के भाषण के दौरान, टीवी की ड़ी स्क्रीन पर जूतों और सैंडिलों की बारिश होती रही. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा बैतुल मुक़द्दस को ज़ायोनी शासन की राजधानी घोषित किए जाने के ख़िलाफ़ जहां पूरी दुनिया में विरोध-प्रदर्शन हो रहा है वहीं फ़िलिस्तीन में पैदा हुए तीन जुड़वा बच्चों ने जन्म लेते ही ट्रम्प को उसका जवाब दे दिया है.
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार फ़िलिस्तीनी दंपत्ति ने जन्म लेने वाले तीन जुड़वां बच्चों का नाम ऐसा रखा है कि पूरे फ़िलिस्तीन में चर्चा का विषय बना हुआ है. अरब न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक़ बैतुल मुक़द्दस की क़ानूनी और ऐतिहासिक स्थिति को समाप्त करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ज़ायोनी शासन की राजधानी घोषित करने के फ़ैसले के ख़िलाफ़, दुनिया भर के मुसलमान सड़कों पर निकलकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.  इस बीच एक फ़िलिस्तीनी दंपत्ति ने विरोध का अनूठा तरीक़ा अपनाया है.

फ़िलिस्तीन के गज़्ज़ा के ख़ानयुनूस क्षेत्र में रहने वाले दंपत्ति “नेदा” और “इस्लाम अस्सीक़ी” ने फ़िलिस्तीन से अपनी देशभक्ति दर्शाते हुए अपने तीन जन्में जुड़वां बच्चों का नाम “फ़िलिस्तीन” “बैतुल मुक़द्दस” और “दारुल हकुमत” रखा है.

इस फ़िलिस्तीनी दंपत्ति के यहां हुए तीन जुड़वां बच्चों में दो लड़के हैं जिन्में एक लड़के का नाम “फ़िलिस्तीन” और दूसरे का “क़ुद्स” रखा है जबकि बेटी का नाम “दारुल हकुमत” (राजधानी) रखा है.

तीनों फ़िलिस्तीनी जुड़वां बच्चों की मां ने ईश्वर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर ने हमें इन बच्चों को दिया है इसलिए हम अमेरिकी राष्ट्रपति के फ़ैसले का विरोध करके अपने बच्चों का अनोखा नाम रख रहे हैं. बच्चों के पिता ने कहा कि ट्रम्प के निर्णय का कोई महत्व नहीं है, क्योंकि बैतुल मुक़द्दस, फ़िलिस्तीन की राजधानी है और हमेशा रहेगी.

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