राजधानी दिल्ली में मुस्लिम विरोधी हिं’सा को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस का कडा बयान आया है। जिसमे कहा गया कि सोमवार से बुधवार तक जिस तरह से हिंसा को अंजाम दिया गया उसके जख्म दशकों तक लोग भूल नहीं पाएंगे। इसके साथ ही उन्होने कहा, वह हालात पर नजर बनाए हुए है।
गुटेरस के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस नई दिल्ली पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस नई दिल्ली पर नजर बनाए हुए हैं जहां नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर जमकर हिंसा हुई। इस हिंसा में अब तक 38 लोगों की मौ’त हो चुकी है।
Stéphane Dujarric, Spokesperson for the UN Secretary-General on #DelhiViolence: The Secretary-General has been following the situation closely. Today, the spirit of Mahatma Gandhi is needed more than ever and it is central to create conditions for true community reconciliation. pic.twitter.com/e06P3OgCPu
— ANI (@ANI) February 27, 2020
उन्होंने कहा, “संरा महासचिव अपने जीवन में महात्मा गांधी की शिक्षाओं से बहुत प्रभावित रहे हैं और मौजूदा समय में गांधी जी की विचारधारा की सबसे अधिक जरूरत है और यह समाज में मेल-मिलाप बनाये रखने का माहौल उत्पन्न करने के लिए आवश्यक है।” वहीं इससे पहले संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद प्रमुख मिशेल बाचेलेत जेरिया ने भी दिल्ली हिं’सा पर अपनी चिंताजाहीर की। उन्होने कहा कि मुसलमानों पर हमला किए जाने पर पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने की ख़बरों को लेकर चिंतित हूं।
उन्होने कहा, भारत में बीते दिसंबर में लाया गया नागरिकता संशोधन क़ानून मुख्य तौर पर चिंता का विषय है। सभी समुदायों से संबंध रखने वाले भारतीयों ने बड़ी संख्या में, अधिकतर शांतिपूर्ण ढंग से इस कानून का विरोध किया है और देश में धर्मनिरपेक्षता के लंबे इतिहास का पक्ष लिया है।
उन्होने आगे कहा, शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा अतिरिक्त बल प्रयोग किए जाने की पहले की ख़बरों और अन्य समूहों द्वारा मुसलमानों पर हमला किए जाने पर पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने की ख़बरों को लेकर चिंतित हूं। अब बात बढ़कर बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक हमलों में तब्दील हो गई है और 23 फ़रवरी से लेकर अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है। मैं सभी राजनेताओं से अपील करती हूं कि हिंसा को रोकें।