बीते सोमवार को उत्तरी लंदन में फिन्सबरी पार्क मस्जिद के बाहर नमाजियों पर कार के जरिए हमला हुआ था. इस हमले में कार से कुचल ने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि आठ लोग घायल हो गए थे.
इस हमलें के बाद भीड़ ने हमलावर को पकड़ लिया था. हमलावर की पहचान कार्डिफ शहर में रहने वाले डैरन ऑजबर्न की रूप में हुई थी. इस दौरान गुस्साई भीड़ हमलावर की जान लेने पर तुली हुई थी. लेकिन आगे आकर मस्जिद के इमाम ने उसे बचाया था. महमूद ने भीड़ से कहा, ‘इसे मत मारो, इसे पुलिस के हवाले कर दो.’ बाद में इमाम महमूद ने मीडिया को बताया कि वो नहीं चाहते की और ज्यादा खून खराबा हो.
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो खासा वायरल हो रहा है. वीडियो में बुजुर्ग महिला नजर आ रही हैं जिनका नाम जूली बताया जा रहा है. वीडियो में बुजुर्ग महिला कह रही हैं कि वो इस हमले से बहुत आहत हैं।. जूली मस्जिद के इमाम से आगे कहती हैं, ‘जिन लोगों ने ये हमला किया है वो इंग्लिश (ब्रिटेन) नहीं हैं. वो ईसाई समुदाय के भी नहीं हैं. खुदा मुझे आपके पवित्र रमजान के महीने में माफ करेगा. वो जानवर हैं जिन्होंने ये सब किया.’
जूली आगे कहती हैं कि ऐसे लोग सुअर जैसे हैं. क्योंकि कुरआन और बाइबल कहती हैं कि अपने भाईयों से ऐसे प्रेम करो जैसे तुम खुद से करते हो. क्या तुम ऐसा अपने भाईयों के साथ कर सकते हो? इस दौरान महिला मस्जिद के इमाम के सामने रो रही हैं और माफी मांग रही हैं.
The #FinsburyPark attacker owes his life to this imam, Mohammed Mahmoud, by the same very Imam he wanted to kill. pic.twitter.com/w4gQzjRSLP
— Fuad Alakbarov (@DrAlakbarov) June 19, 2017