8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर तुर्की राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान ने कहा कि 14 या 15 शताब्दी से पहले के इस्लामिक कानून आज लागू नहीं किये जा सकते है.
अंकारा में एर्दोगान ने कहा कि आप14 या 15 शताब्दी से पहले के कानूनों को नहीं लागू कर सकते हैं … एक खास तारीख के खास लोगों के लिए बनाये गए नियमों और परंपराओं को उठाकर केवल उन्हें खराब ही कर सकते हैं.
उन्होंने कहा, “हम कभी भी कुछ सीमांत लोगों के विचारों को ध्यान में नहीं रखेंगे, जो हमारे धर्म के मूल्यों का दुरुपयोग करने के साथ ही हमारे देश के मूल्यों का दुरुपयोग करते हैं.
एर्दोगान का ये बयान रूढ़िवादी सोशल फैब्रिक फाउंडेशन के प्रमुख नरेड्डिन यिल्डिज़ द्वारा महिलाओं के विरूद्ध हिंसा को लेकर की गई टिप्पणी के बाद सामने आया है.
दरअसल, यिल्डिज़ ने कहा था कि औरतों को अल्लाह का शुक्रगुजार होना चाहिए कि मर्दों को खुदा ने पीटने और आराम करने की इजाजत दी है. इस बयान को लेकर यिल्डिज़ के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज की गई है.