अमेरिका के नक्शेकदम पर चलते हुए ग्वाटामाला की और से अपने दूतावास को तेलअवीव से जेरुसलम शिफ्ट करने की घोषणा के बाद अब फिलिस्तीन ने ऐसे देशों के बहिष्कार की मांग की है.
फ़िलिस्तीन के विदेशमंत्री रियाज़ मालेकी ने मांग करते हुए कहा कि अरब संघ 1980 के अम्मान प्रस्ताव को लागू करे. जिसमे समस्त देशों से आह्वान किया गया है कि वे बैतुल मुकद्दस में कूटनयिक कार्यालय और दूतावास खोलने से बचे.
उन्होंने कहा कि कूटनयिक ढंग से इस्लामी देशों और अरब संघ को जेरुसलम में दूतावास शिफ्ट करने वाले देशों का बहिष्कार करना चाहिए.
उन्होंने मिस्र, संयुक्त अरब इमारात, ओमान और मोरक्को से मांग करते हुए कहा, उन देशों से अपने कूटनयिक व व्यापारिक संबंध खत्म कर लेंने चाहिए जो अपने दूतावासों को बैतुल मुकद्दस स्थानांतरित कर रहे.
ध्यान रहे 21 दिसंबर को सयुंक्त राष्ट्र की आम सभा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के जेरुसलम को इजरायल की राजधानी घोषित करने और अपने दूतावास को तेलअवीव से जेरुसलम शिफ्ट करने के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया गया था.
इस प्रस्ताव के पक्ष में 128 देशों ने वोट किया था. जबकि 35 देशों ने वोटिंग में भाग ही नहीं लिया था. विरोध में केवल 9 ही देशों के वोट पड़े थे. जिनमे ग्वाटामाला भी शामिल था.