वाशिंगटन। ईरानी परमाणु समझौते के क्रियान्वयन की सराहना करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि हर उस रास्ते को बंद कर दिया गया है जिससे ईरान परमाणु हथियार बना सकता था। ओबामा ने व्हाइट हाउस से दिए अपने संबोधन में कहा कि कल का दिन ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने में एक मील का पत्थर साबित हुआ। हमने पश्चिम एशिया में एक और युद्ध का जोखिम लिए बिना कूटनीति के जरिए इस ऐतिहासिक नतीजे को पाया है।
संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षक इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि ईरान ने ऐतिहासिक समझौते का पालन किया है। इसके बाद अमेरिका और यूरोपीय संघ ने ईरान पर लगे तेल और वित्तीय प्रतिबंध हटा लिए जिससे ईरान अपनी 100 अरब डॉलर की उन संपत्तियों का इस्तेमाल कर सकेगा जिन पर प्रतिबंधों के तहत रोक लगी हुई थी। एक अलग समझौते में ईरान ने अपने कब्जे से पांच अमेरिकी नागरिकों को छोड़ दिया और ओबामा ने भी अमेरिका में बंद सात ईरानी नागरिकों को लेकर नरमी बरतने पर सहमति जताई।
आईएईए ने रविवार को कहा कि उसके निरीक्षकों ने पाया कि ईरान ने इस समझौते के सभी जरूरी कदमों का सत्यापित किया है। उधर, अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि अमेरिका ईरान को 40 करोड़ डॉलर के कर्ज और 1.3 अरब डॉलर के ब्याज का पुनर्भुगतान करने को तैयार है। यह कर्ज इस्लामिक क्रांति के समय का है। यह भुगतान उन अरबों डॉलर से अलग है जो प्रतिबंध हटने के बाद ईरान को मिलने वाले हैं। प्रतिबंध के दौरान ईरान की अरबों डॉलर की संपत्ति पर रोक लग गई थी। साभार: ibnlive