दर्जनों शांति के नोबल पुरूस्कार अर्जित करने वाली आंग सान सू की के नेतृत्व में चलने वाली म्यांमार सरकार अपने देश में अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुसलमानों पर अत्याचार तो कर ही रही हैं लेकिन अब उन मजलूमों को मिलने वाली मदद पर भी पाबंदी लगा रही हैं.
दरअसल मलेशिया के सहायताकर्मियों की एक संस्था ने अगले महीने म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों के लिए मानवताप्रेमी सहायता भेजना चाहता हैं लेकिन म्यांमार की सरकार ने कड़ा विरोध किया हैं. इस मदद में रोहिंग्या मुसलमानों के लिए खाद्य पदार्थों और सहायता सामग्री शामिल हैं.
म्यांमार सरकार की इस पाबंदी पर मलेशिया के सहायताकर्मी संस्थाओं ने कहा कि अगर म्यांमार की सरकार की और से सकारात्मक उत्तर नही मिलता हैं. तब भी वे रोहिंग्या मुसलमानों की मदद करके रहेंगे.
हालांकि म्यांमार के राष्ट्रपति कार्यालय की और से इस बारें में कहा गया कि उन्हें इस बारें में कोई आवेदन नहीं मिला. यदि मलेशिया की संस्था आवश्यक अनुमति नहीं प्राप्त कर सहायता सामग्री भेजती हैं तो उसे राख़ीन प्रांत ले जाने नहीं दी जाएगी.