तुर्की के राष्ट्रपति रचेप तैय्यप अर्दोआन ने यूरोपीय यूनियन को शरणार्थियों को लेकर धमकी देते हुए कहा कि अगर यूरोपीय संघ ने दबाव बनाया तो तुर्की पानी सीमाएं खोल देगा.
उन्होंने कहा, मेरी बात सुनिए. यदि आप और आगे बढ़े तो सीमाएं खोल दी जाएंगी, इसे ध्यान रखें. याद रहें कि प्रवासियों के आने पर रोक लगाने के लिए मार्च में यूरोपीय संघ और तुर्की के बीच समझौता हुआ था. लेकिन गुरुवार को यूरोपीय संसद ने सदस्यता वार्ता को रोकने के लिए मतदान किया. इसके बाद एर्दोगन ने यूरोपीय संघ पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है.
तुर्की में वर्तमान में तीस लाख प्रवासी हैं जो सीरिया से आये हुए हैं और वे तुर्की की बॉर्डर के जरिये ही यूरोप में दाखिल होते हैं. 2015 में यहां से दस लाख प्रवासी यूरोप में दाखिल हुए थे. यदि ऐसे में तुर्की बॉर्डर खोल देता हैं तो बड़ी संख्या में प्रवासी यूरोप में दाखिल हो जायेंगे.
मार्च में हुए समझौते के तहत ग्रीस पहुंचने वाले प्रवासी अगर शरण के लिए आवेदन नहीं करते हैं या फिर उनका दावा खारिज़ हो जाता है तो उन्हें तुर्की वापस भेज दिया जाता है.
तुर्की वापस भेजे जाने वाले सीरिया के हर प्रवासी के बदले यूरोपीय यूनियन को वैध तरीके से आवेदन करने वाले एक अन्य सीरियाई प्रवासी को लेना होता है.