अमेरिका के 302 रब्बियों ने इसराइल शासन को एक पत्र लिखा जिसमे उन्होने इसलाइल की सरकार से म्यांमार को हथियारो की बिक्री बंद करने की मांग की है।
यरूश्लेम पोस्ट के अनुसार बौद्ध अनुयायी और म्यांमार सेना द्वारा राखीन प्रांत में रोहिंग्या मुस्लिमों के क्रूर जनसंहार पश्चात 302 अमेरिकी यहूदी रब्बियों ने इजरायल शासन को पत्र लिख कर म्यांमार को हथियार न बेचने की मांग की है। यहूदी रब्बीयो ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि हम संयुक्त राज्य अमेरिका और इसराइल से अनुरोध करते है कि वह म्यांमार की सेना का सैन्य प्रशिक्षण जारी न रखे।
उल्लेखनीय है कि मानवाधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा म्यांमार को इजरायली हथियारो की बिक्री न करने के बार बार अनुरोध के बावजूद भी तेलअवीव अधिकारियों ने दक्षिण पूर्व एशिया में हथियार बेचना जारी है।
घोषित आंकड़ों के अनुसार 25 अगस्त 2017 तक बौद्ध चरमपंथियों और म्यांमार के सैनिकों द्वारा 3000 से अधिक रोहिंग्या मुसलमानों का नरसंहार किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र ने रोहिंगिया मुसलमानो की हत्या की निंदा करते हुए म्यांमार सेना को देश मे नस्लीय भेदभाव करने वाला बताया है। म्यांमार सरकार रोहंग्या के मुस्लिम नागरिको को आधिकारिक रूप से अपनाने के लिए तैयार नही है, और अब तक इस जातीय अल्पसंख्यक के खिलाफ होने वाली व्यापक हिंसा के विरूद्ध कोई उचित कार्रवाई नहीं की है।