अमेरिका और ईरान के बीच जारी जुबानी जंग बढ़ती ही जा रही है। ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बातचीत के प्रस्ताव को यह कहकर ठुकरा दिया कि अगर बातचीत करनी है तो दबाव बनाना और प्रतिबंध लगाना बंद करना होगा।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम कासेमी ने शनिवार को कहा कि ईरान किसी दबाव में आकर अमेरिका संग वार्ता नहीं करेगा खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ। जिन्होंने समझौते का उल्लंघन किया है।
आईआरएनए ने कासेमी के हवाले से बताया कि अगर अमेरिका वार्ता चाहता है तो उसे दबाव बनाना और प्रतिबंध लगाना बंद करना चाहिए। कासेमी ने कहा कि इस तरह के दबाव में वार्ता नहीं हो सकती और ईरान के लोग दबाव का विरोध करेंगे और आखिरकार जीतेंगे।
इस बीच कासेमी ने अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध होने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि मौजूदा दुनिया में कोई भी देश इस तरह की गतिविधि को अंजाम देने में समर्थ नहीं है।
बहराम कासेमी ने यह भी कहा कि तेहरान उम्मीद करता है कि मई में अमेरिका के समझौते से अलग होने के बाद यूरोपीय देश ईरानी परमाणु समझौते को बचाने के प्रस्तावों के एक व्यावहारिक पैकेज को आगे बढ़ाएंगे, जिसे जेसीपीओए के तौर पर भी जाना जाता है।