अमेरिकी पादरी की गिरफ्तारी से एक बार फिर तुर्की और अमेरिका आमने-सामने है। अमेरिका ने तुर्की को धमकाते हुए आर्थिक प्रतिबंध लगाने की
कही है। लेकिन तुर्की ने भी न केवल झुकने से इंकार कर दिया बल्कि अमेरिका को अपना व्यवहार भी बदलने की नसीहत दे डाली। तुर्की के राष्ट्रपति के प्रवक्ता इब्राहीम कोलेन ने कहा है कि हम धमकी की भाषा को सहन नहीं करते। उन्होने कहा, इस प्रकार की धमकी किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।
तुर्की के राष्ट्रपति के प्रवक्ता इब्राहीम कोलेन ने कहा है कि अमरीकी सरकार को अपने व्यवहार में बदलाव लाना चाहिए। बता दें कि माइक पेंस ने कहा था कि यदि गिरफ्तार किए गए अमेरिकी पादरी को तत्काल रिहा नहीं किया गया तो तुर्की पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
पेंस ने कहा कि तुर्की को अमेरिकी पादरी एंड्रयू ब्रॉनसन को तत्काल रिहा करना चाहिए अन्यथा कड़े परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले ट्वीट कर कहा कि तुर्की को ब्रॉनसन को तत्काल रिहा करना चाहिए। उन्होंने पादरी की गिरफ्तारी को पूरी तरह से शर्मनाक बताया है।
इस धमकी के जवाब में तुर्की के विदेशमंत्री मौलूद चावूश ओग़लू ने कहा है कि हम किसी की भी धमकी को सहन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि क़ानून सबके लिए समान है।