
अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने अमेरिका की नीतिओं की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान में शांति स्थापित करना ही नही चाहता है.
करज़ई का कहना है कि अफ़ग़ानिस्तान की वर्तमान स्थिति का मुख्य कारण आतंकवाद के बारे में अमरीका का दोहरा रवैया है। उन्होंने कहा कि अमरीकी एजेन्डे में यदि यह बात शामिल होती कि अफ़ग़ानिस्तान में शांति स्थापित की जाए तो आज इस देश में दाइश का उदय न होता.
हामिद करज़ई ने कहा कि हालांकि अमरीका, अफ़ग़ानिस्तान में शांति की स्थापना और आतंकवाद से संघर्ष के नारे के साथ प्रविष्ट हुआ था कि इसके बदले में उसने पूरे अफ़ग़ानिस्तान को युद्ध की आग में झोंक दिया और इस देश के नगरों और गावों पर भीषण बमबारी की.
एेसा पहली बार नहीं है कि जब अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति करज़ई अमरीकी नीतियों की आलोचना कर रहे हैं। जिस काल में वे इस देश के राष्ट्रपति थे उस काल में भी वे अमरीकी नीतियों की आलोचना किया करते थे और हामिद करज़ई ने अपने राष्ट्रपति काल के अंत तक काबुल-वाशिंगटन सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किये.