दक्षिणी अफगानिस्तान में तालिबान से कथित रूप से मिले एक पुलिसकर्मी ने अपने साथी पुलिसकर्मियों को पहले नशीला पदार्थ खिलाया और उसके बाद उनमें से दस की गोली मार कर हत्या कर दी।
अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि एक सप्ताह के भीतर पुलिस पर यह दूसरा भीतरघाती हमला है। उरूजगान प्रांत के चिनारतो जिले में तालिबानी घुसपैठिए ने इसके बाद पुलिसकर्मियों के हथियार चुरा लिए और पुलिस चौकी से फरार हो गया।
उरूजगान के गवर्नर के प्रवक्ता दोस्त मोहम्मद नायब ने बताया, ‘हमारी जांच से पता चलता है कि यह पुलिसकर्मी तालिबान से मिला हुआ था, उसने अपने सहकर्मियों को नशीला पदार्थ खिलाया और जब वे बेहोश हो गए तो उन्हें मार दिया।’
उप प्रांतीय पुलिस प्रमुख रहीमुल्लाह खान ने घटना की पुष्टि की और बताया कि हत्यारे को पकड़ने के लिए अभियान चलाया गया है।
तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने इसके विपरीत जानकारी देते हुए बताया कि चिनारतो में आतंकवादियों द्वारा पुलिसचौकी पर कब्जा किए जाने के बाद नौ पुलिसकर्मी मार गिराए गए।
अफगानी सैनिकों या पुलिसकर्मियों द्वारा अपने ही सहकर्मियों या अंतरराष्ट्रीय जवानों को निशाना बनाए जाने को भीतरघाती हमला कहा जाता है और नाटो बलों के अफगानी बलों के साथ मिलकर तालिबान के खिलाफ लड़ने के समय से ही यह एक बड़ी समस्या रहा है।
17 जनवरी को ऐसे ही एक हमले में उरूजगान में 17 अफगान पुलिसकर्मियों को तालिबान घुसपैठियों ने गोली मार दी थी। हमलावर भीतरघाती पुलिसकर्मी ही थे। साभार: livehindustan