क्रिकेट में 1996 का दौर मैच फिक्सिंग का था, चरम पर थी मैच फिक्सिंग: शोएब अख्तर

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रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से प्रसिद्ध पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने मैच फिक्सिंग को लेकर चौकाने वाला खुलासा किया हैं. उन्होंने बताया कि 1996 में मैच फिक्सिंग चरम पर थी. लेकिन वह इससे बचने में सफल रहें.

शोएब अख्तर ने सोमवार को पाकिस्तानी टीवी चैनल जिओ के मॉर्निंग शो में खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने 6 साल पहले ही मोहम्मद आमिर को वॉर्निंग दी थी कि वे फिक्सिंग रैकेट से दूर रहें, लेकिन वे ऐसा कर नहीं पाए. उन्होंने कहा- “मैंने हमेशा मैच फिक्सिंग में शामिल लोगों से दूरी बनाए रखी. दूसरों को भी बचने की सलाह देता था। मोहम्मद आमिर इनमें से एक थे.”

उन्होंने आगे कहा, “मैंने उन्हें वार्निंग दी थी कि वे जिन लोगों के साथ उठते-बैठते हैं, उनसे दूर रहेंं. बाद में ये सभी 2010 में मैच फिक्सिंग स्कैंडल में फंस गए. उन्होंने उन दिनों को याद करते हुए कहा कि 1996 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के ड्रेसिंंग रूम का माहौल बहुत अजीब होता था. वहां क्रिकेट के अलावा सब कुछ होता था. उस वक्त क्रिकेट पर फोकस करना आसान नहीं था.

गौरतलब रहें कि ICC ने आमिर को मैच फिक्सिंग में शामिल होने के कारण उन पर पांच साल का बैन लगाया था. मिर पर 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स टेस्ट में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगे थे.

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