बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने ट्रोल के खिलाफ बड़ी मांग करते हुए कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की तरह सोशल मीडिया के लिए भी एक गाइडलाइंस होनी चाहिए।
आईएएनएस से उन्होने कहा, “शुरुआत में इससे मैं काफी प्रभावित होती थी। मुझे काफी दुख भी होता था। किसी प्रकार के अन्याय का एहसास होता था। बाद में मुझे यह समझ आया कि जीवन यही है। स्वरा ने कहा, “वे न्याय की भावना से ऐसा नहीं कर रहे हैं, बल्कि नफरत और निजी भड़ास निकालने के कारण ऐसा कर रहे हैं। इसके बारे में आप क्या करेंगे? उनकी कोई पहचान नहीं है। इसीलिए, मुझे इसकी आदत हो गई।”
अभिनेत्री ने कहा, “सोशल मीडिया एक वास्तविक सार्वजनिक क्षेत्र है और अन्य किसी सार्वजनिक क्षेत्र की तरह यहां भी नागरिक आचरण लागू होना चाहिए। बता दें कि स्वरा भास्कर अपनी बेबाकी के लिए जानी जाती है। जिसके लिए उन्हे ट्रोल की फौज का सामना करना पड़ता रहता है।
बालीवुड में अपने नौ साल के करियर के बारे में स्वरा ने कहा कि वह अब तक निभाए जाने वाले अपने किरदारों के लिए स्वयं को भाग्यशाली मानती हैं। वह स्वयं को मिलने वाले किरदारों पर नियंत्रण नहीं कर सकती हैं लेकिन उनके किरदारों के चयन पर उनका नियंत्रण है और इसीलिए, वह बेहद सावधानी से अपने लिए किरदारों का चयन करती हैं। स्वरा ने कहा कि वह रोमांटिक फिल्म करने के लिए बेहद उत्सुक हैं, लेकिन स्विट्जरलैंड की वादियों में बनने वाली फिल्में अब नहीं होती। उन्हें ऐसे में लगता है कि बॉलीवुड पहुंचने में उन्हें 20 साल की देरी हो गई।
अभिनेत्री ने कहा, “अब भी कई चीजें हैं, जो मैं करना चाहती हूं। मेरा मानना है कि एक कलाकार के तौर पर आप कभी भी संतुष्ट नहीं हो सकते क्योंकि संतुष्टि का मतलब है एक कलाकार का मर जाना। मुझे संतुष्ट नहीं होना है और आशा है कि मेरी अकांक्षाएं हमेशा असंतुष्ट रहें।”