सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर शिरीष कुंदर का सवाल: राष्ट्रगान के दौरान खड़े ना होने की क्या सजा? पीट-पीटकर हत्या या फांसी ?

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सुप्रीम कोर्ट द्वारा देश भर के सिनेमाघरों में फिल्म की शुरुआत से पहले राष्ट्रगान बजाने के फैसले को अनिवार्य किये जाने के फैसले पर सवाल उठाते हुए निर्देशक शेखर कपूर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को संसद का प्रत्येक सत्र शुरू होने से पहले नेताओं के लिए भी राष्ट्रगान गाना अनिवार्य कर देना चाहिए.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट भारतीय संसद को हर सत्र की शुरूआत से पहले राष्ट्रगान गाने का आदेश देगी. अकसर यह नाटक भी फिल्म जैसा लगता है. उन्होंने आगे कहा, सुप्रीम कोर्ट से भारतीय संसद को हर सत्र की शुरूआत से पहले राष्ट्रगान गाने का आदेश देने के लिए कहें.

वहीँ फिल्मकार शिरीष कुंदर ने भी सवाल उठाते हुए पूछा कि  ‘‘यह आधा ही आदेश है. राष्ट्रगान बजते समय खड़े ना होने की क्या सजा है? देखते ही गोली मार देना? पीट-पीटकर हत्या कर देना? जेल? फांसी ?’’

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘केवल थियेटर ही क्यों? राष्ट्रगान घूमने-फिरने, मनोरंजन की सभी जगहों पर अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए. यहां तक कि खाना शुरू करने से पहले रेस्तराओं में भी कर देना चाहिए.’’

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