संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावती उर्फ़ पद्मावत को गोवा की पर्रिकर सरकार ने हरी झंडी दे दी है. गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का कहना है कि अगर सेंसर बोर्ड ने ‘पद्मावत’ को प्रमाणित कर दिया है तो गोवा सरकार को राज्य में फिल्म के प्रदर्शन को लेकर कोई आपत्ति नहीं है.
पर्रिकर ने कहा, “यदि उनके पास सेंसर प्रमाण-पत्र है, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है. यदि कानून-व्यवस्था का कोई मुद्दा है, तो हम इसे देख लेंगे.” पर्रिकर ने यह भी कहा कि राज्य पुलिस ने गोवा में पर्यटन के पीक मौसम दिसंबर में फिल्म के प्रदर्शन को लेकर चिंता जाहिर की थी, क्योंकि उस दौरान ढेर सारे सुरक्षाकर्मी कानून-व्यवस्था संभालने में व्यस्त रहते हैं.
उन्होंने कहा कि पर्यटन का पीक मौसम खत्म हो जाने के बाद इसकी अब कोई चिंता नहीं है. पर्रिकर ने कहा, “पुलिस रपट पीक मौसम पर थी. पीक पर्यटन मौसम खत्म हो गया है, इसलिए कोई समस्या नहीं है.”
इसी के साथ करणी सेना ने 12 जनवरी को मुंबई में सेंसर बोर्ड के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन का ऐलान किया है. करणी सेना ने कहा कि अगर फिल्म रिलीज हुई तो सिनेमाघरों को जला दिया जाएगा. करणी सेना के एक नेता ने कहा कि अगर नाम बदलने से कोई चीज बदल जाती है तो हम पेट्रोल को गंगाजल समझकर सिनेमाघरों में छिड़कर आग लगा देंगे.
इस बीच करणी सेना ने दिल्ली में भी पद्मावती को बैन करने की मांग उठाई है. सेना की ओर से कहा गया है कि वो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलकर फिल्म का प्रदर्शन रोकने की मांग करेंगे.