इंग्लैंड के इतिहास में पहली बार मिस इंग्लैंड प्रतियोगिता में कोई महिला हिजाब पहन कर शामिल हुई है.
20 वर्षीय मारिया महमूद इस प्रतियोगिता में सेमीफाइनल तक पहुंच चुकी है. अगर वह कामयाब हो जाती है तो मारिया मिस इंग्लैंड के फाइनल में भाग लेंगी और जीतने के बाद मिस वर्ल्ड में इंग्लेंड का प्रतिनिधित्व करेंगी.
मारिया को एक महत्वाकांक्षी सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जाना जाता है. उन्होंने कहा कि वह मुसलमानों के सामने आने वाली नकारात्मक छवियों को चुनौती देना चाहती थी और वह ‘विविधता और बहु-बहुसंस्कृतिवाद’ का प्रतिनिधित्व करना चाहते है.
फेमिलियल से बात करते हुए, ब्यूटी क्वीन ने कहा कि वह अभी भी इस बात पर दुविधा में कि वह प्रतियोगिता की तैराकी प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी या नहीं. बता दें कि एक मुस्लिम महिला को पहले मिस इंग्लैंड का ताज पहनाया जा चूका है, हालांकि हिजाब पहन कर भाग लेने वाली मारिया पहली मुस्लिम महिला है.
उनहोंने स्वीकार किया कि वह उस ज़िम्मेदारी का वजन महसूस कर रही है, जो वह ले रही थी. ‘मैं हिजाब पहनताती हूं, आप वास्तव में अपनी मुस्लिम पहचान पहन रहे हैं.’
‘आज के समाज में हम [मुसलमानों] को पूरी तरह से प्यार नहीं करते क्योंकि दुनिया में क्या हो रहा है.’ हिजाब पहनने के बारे में गलत धारणाओं पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा: ‘हर कोई एक महिला को कवर करता है और मुझे लगता है कि मैं दमन कर रहा हूं, लेकिन अगर मैं अपनी त्वचा को कवर करने का विकल्प चुनता हूं तो क्या मैं स्वतंत्र नहीं हूं?’