फिल्मकार महेश भट्ट अपनी जिंदगी के बड़े राज के खुलासे को लेकर इन दिनों चर्चा में है । उन्होने अपने और अपने पिता को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि उनके पास उनके पिता की कोई यादें नहीं हैं । क्योंकि वह एक मुस्लिम मां की नाजायज औलाद है । जिन्होंने उन्हे अकेले पाला ।
महेश भट्ट ने एक इंटरव्यू में कहा कि ‘मुझे नहीं पता कि पिता कैसा होता है । मेरे पास मेरे पिता की कोई यादें नहीं हैं । इसलिए मुझे नहीं पता कि एक पिता का क्या रोल होता है । मैं एक मुस्लिम मां की नाजायज औलाद हूं । जिन्होंने मुझे अकेले पाला । उनका नाम शिरिन मोहम्मद अली है।’
उन्होने बताया, ‘मैंने अपनी मां से पूछा था कि मेरे नाम का मतलब क्या होता है । तब उन्होंने कहा था कि वो मेरे पिता से पूछकर बताएंगी क्योंकि उन्होंने ही मुझे ये नाम दिया । महेश मतलब होता है- महा-ईश । देवों के देव । लेकिन बचपन में मुझे ये भगवान बिल्कुल पसंद नहीं थे।’
महेश भट्ट ने बताया, ‘मेरे पिता का नाम नानाभाई भट्ट, जो मेरे लिए होकर भी नहीं थे। एक उनका सरनेम ‘भट्ट’ जरूर मेरी जिंदगी से जुड़ गया। जिसकी वजह से मैं आज महेश भट्ट बन पाया।’
अपने बेटे राहुल से रिश्ते को लेकर उन्होने कहा कि ‘राहुल 3 साल का था जब मैं घर छोड़कर चला गया था। उसे इस बात का एहसास था कि मैं किसी और औरत के लिए घर छोड़कर जा रहा हूं। मैं इसे नकारूंगा नहीं। हम बाप-बेटे के रिश्ते खराब थे लेकिन कभी खत्म नहीं हुए।’