कोहराम नेटवर्क | करीब 20 साल पहले आई फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे ‘ से निर्देशन की कमान सँभालने वाले आदित्य चोपड़ा ने अपने करियर में एक से एक बहतरीन फिल्मे दी है. चाहे वो ‘मोहब्बते’ हो या ‘रब ने बना दी जोड़ी’. प्यार मोहब्बत को भावनाओं के सूत्र में पिरोकर दिखाने वाले आदित्य चोपड़ा एक बार फिर हाजिर हुए है , फिल्म ‘बेफिक्रे’ के साथ. लेकिन इस बार आदित्य चोपड़ा की फिल्म से दो चीजे गायब है. एक उनके मनपसंद एक्टर शाहरुख़ खान और दूसरी , परम्परागत भारतीय परिवेश में ढली मोहब्बत. अब मोहब्बत की परिभाषा बदल गयी है और सामाजिक परिवेश भी.
फिल्म ‘बेफिक्रे’ आजकल के युवाओ को दर्शाती फिल्म है. वो युवा जिसको सब कुछ फ़ास्ट फ़ूड की तरह चाहिए. दोस्ती , किस , सेक्स, लिव-इन और ब्रेकअप सब बिलकुल फ़ास्ट .वन नाईट स्टैंड जिनके लिए मस्ती के अलावा कुछ भी नही. प्यार जैसी फ़ालतू चीज के लिए इनके पास बिलकुल भी समय नही है. जो सेक्स को भी इतने ही जोशीले अंदाज से सेलिब्रेट करता है और ब्रेकअप को भी. यही सब दिखाती है फिल्म ‘बेफिक्रे’. लेकिन आदित्य चोपड़ा की फिल्म हो और प्यार का तड़का न हो ऐसा तो हो नही सकता.
फिल्म की कहानी घूमती है धरम और शायरा के इर्द गिर्द. धरम ( रणवीर सिंह ) एक स्टैंड अप कॉमेडियन है जो एक शो परफॉर्म करने फ्रांस जाता है. यहाँ उसकी मुलाकात होती है शायरा ( वाणी कपूर) से. दोनों ही स्वभाव के बेफिक्रे है. इसी वजह से दोनों के बीच वन नाईट स्टैंड होता है. लेकिन इसका मतलब यह नही की दोनों एक दुसरे से प्यार करने लगते है . वन नाईट स्टैंड के बाद दोनों इस बात पर सहमत होते ही की सेक्स करने का मतलब प्यार नही होता.
दोनों के बीच करीबी बढती है तो दोनों लिव-इन में रहने का फैसला करते है. फिल्म में धरम और शायरा एक दुसरे को अजीब अजीब डेयर देते रहते है जिससे दर्शको के बीच थोड़ी उत्सुकता बनी रहती है. एक साल बाद दोनों अलग होने का फैसले करते है. दोनों की शादी किसी दुसरे के साथ तय हो जाती है. अंत में क्या होता है , यह आपको नजदीक के सिनेमा घर में जाकर ही पता चलेगा. अभिनय की बात की जाए तो हमेशा की तरह रणवीर सिंह शुरू से लेकर अंत तक छाहे हुए है. उन्होंने फिल्म में लाजवाब अभिनय किया है. वाणी कपूर भी अपने अभिनय को निभा गयी. फिल्म में बोल्ड और किस सीन की भरमार है. इसलिये फॅमिली के साथ फिल्म देखते समय आप थोडा असहज हो सकते है.
आदित्य चोपड़ा ने फ्रांस की बेहतरीन लोकेशन का बढ़िया इस्तेमाल किया है. कई दर्शयो में फ्रांस की ख़ूबसूरती देखते ही बनती है. किस सीन की भरमार को सही ठहराने के लिए भी फ्रांस का बहाना लिया जा सकता है. अगर फिल्म की बात की जाए तो पुरानी कहानी को नई बोतल में उतारा गया है. इस तरह की फिल्मे हम पहले भी देख चुके है. लेकिन अगर रणवीर के फैन है तो आप सिनेमा घर जा सकते है. हमारी तरफ से फिल्म ढाई स्टार.