मध्य प्रदेश के जावरा में रूहानी ताकत भूतों को सजा सुनाती हैं। भूत-प्रेत की बाधा से पीड़ित लोग हुसैन टेकरी आकर गंदे पानी के नाले में नहाते हैं और फिर उसका कीचड़ लपेटकर कब्र में लेट जाते हैं। हुसैन टेकरी सभी धर्मों के लोगों की श्रद्धा और आस्था का केंद्र है। टेकरी के ट्रस्टी, नवाब सरवर अली खान साहब के मुताबिक यहां इमाम साहब के रोजे के बाहर भूत-प्रेत की हाजरी लगती है और उन्हें सजा सुनाई जाती है।
प्रेत-बाधा से पीड़ित कोई व्यक्ति जैसे ही रोजे के बाहर बनी जाली के पास आता है, वैसे ही उसका व्यवहार बदल जाता है। कोई अचानक चीखने लगता है, किसी को कंपकंपी छूटने लगती है। इसके बाद रूहानी ताकत शैतानी आत्माओं को सजा सुनाती हैं। इनमें से कुछ लोगों को नाले में नहाने और कीचड़ लपेटने की हिदायत दी जाती है।
नवाब खान के अनुसार टेकरी में एक पाक चश्मा है। ऐसी मान्यता है कि इसमें से अपने आप पानी निकला था। इस पाक चश्में के पास कई गुसलखाने बने हैं। इन गुसलखानों का पानी एक गंदे नाले में जाता है। कई लोग इसका कीचड़ शरीर पर लपेटकर कब्र के सामान गड्डा खोदकर उसमें लेट जाते हैं। ये लोग ऐसा 3, 5, 7 या 21 दिनों तक करते हैं। इसके बाद उन्हें भूत-प्रेत से छुटकारा मिल जाता है। (Live India)