नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल और उनके दादा किम जोंग इल सुंग के निधन को काफी समय हो गया है लेकिन आज तक उनका अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। किम जोंग ने दोनों के लिए उत्तर कोरिया में खास इनके लिए कुमसुसन मेमोरियल पैलेस बनवाया है।
न्यूज एजेंसी रायॅटर्स की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इन दोनों नेताओं के शवों को कुमसुसन मेमोरियल पैलेस में संभाल कर रखा गया है। इस पैलेस की देखभाल में सैकड़ों सैनिक तैनात रहते हैं। वहीं रूस की लेनिन लैब की ओर से इन शवों की देखभाल की जाती है।
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— KCNA Watch (@KCNAWatch) December 23, 2013
लेनिन लैब के वैज्ञानिक एम्बामिंग (Embalming) के जरिए इनकी लाशों को फ्लेक्सिबल और त्वचा को जवां बनाए रखते हैं। लेनिन लैब टीम में शामिल एक प्रोफेसर ऐलेक्स यॉचक का कहना है कि मॉक्सो में बनी लेनिन लैब में ही एम्बामिंग की जाती है, लेकिन किम जोंग के परिवार के सदस्यों की एम्बामिंग प्योंगयांग में बनी लैब में किया जाता है।
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— Mikhael Chai (@ThatSquidlyGuy) December 12, 2017
इन लाशों की एम्बामिंग में कई महीनों का समय लग जाता है। वहीं, डेढ़ से दो साल के अंतराल में मॉस्को के वैज्ञानिक इन बॉडिज़ की एम्बामिंग करते हैं। साल 2016 में मॉस्को में रिलीज़ की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक किम जोंग के पिता और दादा के शवों की एम्बामिंग में पहली बार करीब 2 लाख डॉलर यानी 1 करोड़ 41 लाख का खर्च आया था।